Satya Vachan #1
इंसान खुद की नजर में सही होना चाहिए दुनिया तो भगवान से भी दुखी है।
Satya Vachan #2
जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।
Satya Vachan #3
धोखे और फरेब को इंसान माफ जरूर कर सकता है, लेकिन भूल नहीं
सकता।
Satya Vachan #4
ताश का जोकर और अपनों की ठोकर, अक्सर बाजी घुमा देते है।
Satya Vachan
Satya Vachan #6
पैरों से कांटा निकल जाए तो चलने में मज़ा आता है, और मन से
अहंकार निकल जाए तो जीवन जिने में मज़ा आता है।
Satya Vachan #9
शीशा और रिश्ता दोनों नाजुक होते हैं, पर दोनों में अंतर यह है
कि, शीशा गलती से टूट जाता है और रिश्ता गलतफहमी से।
Satya Vachan #10
झूठ किसी को भी बर्दाश्त नहीं होता लेकिन बोलते सब
हैं।
खूबसूरत चेहरा भी बूढ़ा हो जाता है, ताकतवर जिस्म एक दिन ढल जाता
है पद और ओहदा भी एक दिन समाप्त हो जाते है..लेकिन एक अच्छा इंसान
हमेशा अच्छा इंसान ही रहता है
सत्य वचन
Satya Vachan #17
हर चीज में फर्क करना अच्छी बात नहीं, कुछ चीजें अलग होकर ज्यादा
खूबसूरत लगती है।
Satya Vachan #18
पानी भी क्या अजीब चीज है, नजर उनकी आँखों में आता है, जिनके
खेत सूखे है।
Satya Vachan #19
बड़ी चालाक होती है ये ज़िदगी हमारी, रोज नया कल देकर उम्र छिनती
रहती है।
Satya Vachan #20
मत झुको किसे के सामने इतना भी की वो आपको तोड़ दे और मत आकड़ो
इतना भी की खुद ही टूट जाओ।
Satya Vachan #21
संभव की सीमा जानने का एक ही तरीका है, असंभव से भी आगे निकल
जाना।
Satya Vachan #22
जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर
विश्वास नहीं कर सकते।
Satya Vachan #23
बिना मतलब के अच्छे बनो अपने मतलब के लिये तो सब अच्छे बनते
है।
Satya Vachan #24
अजीब तरह के लोग है इस दुनिया में, अगरबत्ती भगवान के लिए खरीदते है
और खुशबू अपने पसंद की तय करते हैं।
Satya Vachan #25
दो बातों की गिनती करना छोड़ दे, खुद का दुःख और दूसरों का सुख,
जिंदगी आसान हो जाएगी।
Satya Vachan #26
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता हे, जैसा वो विश्वास
करता हे वैसा वो बन जाता हे।
Satya Vachan #27
केवल वही व्यक्ति गलती नहीं करता, जो कभी कुछ नहीं
करता।
Satya Vachan #28
भरोसा जितना कीमती होता हैं, धोखा उतना ही महंगा हो जाता
हैं।
समय अच्छा हो तो आपकी गलती भी मजाक लगती है, समय खराब हो तो मजाक
भी गलती बन जाती है।
Satya Vachan In Hindi
पानी मे गिरने से जान नहीं जाती जान तब जाती है जब तैरना नहीं
आता।
Satya Vachan #37
नाखून बढ़ने पर नाखून ही काटे जातें है उंगलियां नहीं इसी तरह
रिश्ते में दरार आये तो दरार को मिटाइये,रिश्ते को
नहीं।
Satya Vachan #38
पैसे खुशियां नहीं खरीद सकते पर वह आपका पेट जरूर भर सकते
हैं।
Satya Vachan #39
जो व्यक्ति हर वक्त दुख का रोना रोता है, उसके द्वार पर खड़ा
सुख बाहर से ही लौट जाता है।
Satya Vachan #40
उसकी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की हम तो बेवजह खुद को
खुशनसीब समझने लगे।
Satya Vachan #41
कदम, कसम और कलम हमेशा सोच समजकर ही उठानी
चाहिए।
Satya Vachan #42
जो तुमसे तंग आ जाए उसे छोड़ दो, क्योंकि बोझ बन जाने से याद बन
जाना बेहतर है।
Satya Vachan #43
सोचा नहीं कि वक्त ऐसा भी आएगा, फूर्सत सबको होगी पर मिल कोई
नहीं पाएगा।
Satya Vachan #44
अगर भविष्य के बारे में सब कुछ पता चल जायेगा तो ज़िन्दगी रोमांचक
कभी नहीं रहेगी।
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Satya Vachan #45
ज़िंदगी मीठी बनाने के लिए अक्सर सही वक्त पर कड़वी घूंट पीनी
जरूरी होती है।
Satya Vachan #46
जिस दिन ज़रूरत और इच्छा में फर्क समझ में आ जाये तो समझ जाना
बड़े हो गए हो तुम।
Satya Vachan #47
सफलता की खुशियां मनाना ठीक है लेकिन असफलताओं से सबक सीखना
अधिक महत्वपूर्ण है।
Satya Vachan #48
एक सच्चे रिश्ते को हमेशा समय देना चाहिए क्योकि, क्या पता कल
तुम्हारे पास समय हो और रिश्ते ना हो।
Satya Vachan #50
आज का जमाना ऐसा हे दोस्तों यहाँ चालक लोगो का बोल-बाला है और
शरीफों का मुँह कला।
Satya Vachan #51
किसी को पुरखो की जमीन बेचकर भी चैन नहीं और कोई गुब्बारे बेचकर
ही सो गया सुकून से।
Satya Vachan #52
पैसा और प्यार ये दोनों जब तक किसी और से मांगा जा रहा है
तब तक दुख रहेगा।
अनमोल वचन
Satya Vachan #53
तक़दीर बदल जाती हे, जब जिंदगी का कोई मकसद हो वरना उम्र
काट जाती हे, तक़दीर को इल्जाम देते देते।
Satya Vachan #54
जो दो पल में बदल जाते हैं, वह विचार नहीं वहम कहलाते
हैं।
Satya Vachan #55
जो कुछ भी तुमको कमजोर बनाता है शारीरिक, बौद्धिक
या मानसिक उसे जहर की तरह त्याग दो।
Satya Vachan #56
कुछ कर्म ऐसे होते हैं जिनका प्रायश्चित नहीं
होता उसे कुदरत के नियमानुसार भुगतना पड़ता
है।
Satya Vachan #57
कभी फुरसत में अपनी कमियों पर गौर करना दूसरों
का आईना बनने की ख्वाहिश मिट जायेगी।
Satya Vachan #58
संभव की सीमा जानने का एक ही तरीका है, असंभव
से भी आगे निकल जाना।
Satya Vachan #59
आग में आग नहीं डालनी चाहिए, अर्थात क्रोधी
व्यक्ति को अधिक क्रोध नहीं दिलाना
चाहिए।
Satya Vachan #60
गुस्सा एक ऐसा हथियार है जो आप का होते भी आप
पर वार करता है।
Satya Vachan #61
समय का जितना सही उपयोग करोगे मंजिल से
उतना ही जल्दी मिलोगे।
Satya Vachan #62
असम्भव एवं सम्भव के बीच का अन्तर व्यक्ति की
इच्छा शक्ति में निहित होता है।
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